प्रेम को समझो पीछे मत पड़ो
सवाल है कि मैं एक लड़की से बहुत प्रेम करता हूं लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि वह मुझे मेरे पीठ पीछे मुझे धोखा दे रही है,किसी और से उसके संबंध हैं,मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि क्या करूं?देखिए प्रेम दोनों तरफ से बेहतर होता है एक तरफ से तो रोटी भी अगर सेंकेंगे तो वह भी कच्ची रह जाएगी,यदि एक तरफ से प्रेम है तो व्यर्थ आप समय नष्ट कर रहे हैं.प्रेम क्या है?दूसरे की परवाह,दूसरे की खुशी देखना.क्या आप देख नहीं सकते?अगर दूसरा इंसान किसी अन्य के साथ खुश है तो इसमें आपको तकलीफ क्यों हो रही है? जाने दो ना उसको. अभी आपको ऐसा लगता है कि उसे बेहतर कोई नहीं है, वही चाहिए आपको तो! मान लीजिए कि अगर आपको वह मिल भी गई तो भी आप उसकी इतनी कदर नहीं कर पाएंगे या वह आपकी कदर नहीं कर पाएगी, वह कर कैसे सकती है? उसे तो आपसे प्रेम है ही नहीं.आपको उससे प्रेम है और उसे आपसेे प्रेम नहीं है तो रिश्ता चल कैसे सकता है?आप किसी को पसंद करते हैं क्योंकि सामने वाले में कुछ क्वालिटीज हैं,शायद वह क्वालिटीज आपके अंदर नहीं भी हों,हो सकता है सामने वाला असीम सुंदरता का स्वामी हो,और आप उसपर मरे जा रहे हों,तो ज़रा आगे का वाक्या समझें:मेरे एक मित्र ने बहुत सुंदर लड़की से प्रेम विवाह किया,और शादी के 12 महीने बाद बोला यार कोई गर्लफ्रेंड बनवा दे,उसने ऐसा क्यों कहा?मैंने पूछा अब तुम्हारी मोहब्बत किधर है?जवाब आया,अरे नहीं यार टाइम पास के लिए!तो आपको प्रेम नहीं करना चाहिए या फिर सबके लिए समस्त जगत में टाइम पास होना चाहिए,हाँ?कमी तो है नहीं लोगों की, एक ढूंढो हजार मिलते हैं आपको जिस चीज में सुख मिल रहा है तो वो सुख है तो इसी दुनिया में,इस दुनिया से बाहर तो है नहीं जो आपको मिलेगा नहीं,थोड़ी सी कोशिश करनी पड़ेगी.एक राजनेता कारागार का मुआयना करने जाता है,सामने एक कैदी होता है जो एक फोटो को हाथ में लेकर बुरी तरह से रो रहा होता है,टपर-टपर आंसू टपक रहे होते हैं,कभी इधर जाता है कभी उधर जाता है,कभी दीवार की तरफ देखता है तो कभी धरती की तरफ, तो कभी खिड़की से आसमान की तरफ़, शायद उसे किसी का इंतजार है!राजनेता वहां के निरीक्षक से पूछता है कौन है भैया यह इंसान? और ऐसा क्यों कर रहा है? निरीक्षक बोलता है पागल है यह सर! राजनेता आश्चर्य भरी नजरों से पूछता है,भाई क्यों पागल है ये, और यह फोटो किसकी है जो इसके हाथ में है?निरीक्षक बताता है कि सर ये इसकी प्रेमिका की फोटो है जिसे यह पा नहीं सका.इसकी प्रेमिका की शादी कहीं और हो गई थी,इस सदमे से यह पागल हो गया और फोटो को अपने हाथ में लिए रहता है,इसीलिए यह आज पागलखाने में है,अब बाकी की जिंदगी इसकी यहीं गुजरनी है क्योंकि इसकी प्रेमिका तो अब इसे मिलने से रही.राजनेता उसे अचरज भरी निगाहों से देख कर दूसरे कटघरे में चला जाता है,यहां भी एक आदमी होता है लेकिन इसकी हालत तो पहले वाले से भी बहुत ज्यादा खतरनाक थी, इसने तो अपने ही नाखून खा लिए थे, अपना सर दीवार में मार रहा था,फूट-फूट कर रो रहा था. तो राजनेता ने निरीक्षक से पूछा बताओ भैया अब यह कौन है?निरीक्षक ने कहा, सर अब आप इसके बारे में मत जानो तो ही अच्छा है,राजनेता ने कहा,अरे बताओ जानने में क्या हर्ज है,तो निरीक्षक ने बताया कि ये वह इंसान है जिसकी उसकी प्रेमिका से शादी हो गई है जो पिछले वाले कटघरे में आपको मिला था,यह आत्महत्या न कर ले इसलिए इसको पागलखाने में रखा गया है,परंतु यह दिमाग से सही है,लेकिन पागलों की तरह बर्ताव कर रहा है,बस अपनी पत्नी से छुटकारा पाना चाहता है!!अब महिला तो एक ही थी,एक के लिए शहद और दूसरे के लिए जहर,ऐसा कैसे हो गया?क्योंकि उपेक्षाएं एक तरफा थीं,प्रेम एक तरफा होगा तो जहर होगा और दो तरफा होगा तो शहद,ऐसी भी बात नहीं है,एक तरफा में भी अगर इंसान समझदार है तो वह समझ लेगा कि प्रेम तो यही चाहता है कि हमारा इंसान हमेशा खुश रहे,जहां भी रहे.किसी पर कब्जा करना, किसी को पाना ही प्रेम थोड़े ना है,इसलिए प्रेम करो लेकिन भटको मत.आजकल किसीकी प्रेमिका से किसी और की शादी हो जा रही है,अब वह पति के साथ भी नहीं रह पा रही है और प्रेमी को भी नहीं छोड़ पा रही है,ना इधर की है ना उधर की.प्रेमी भी पागलों की तरह उसके पीछे पड़ा है और पति तो पागल है ही,महिला का घर के कामों में मन नहीं लग रहा है,शरीर इधर है और मन उधर, तो ऐसे इधर-उधर होने से काम कैसे चल सकता है?स्थिर चीज़ ही इस धरती पर टिकी हो सकती है अस्थिर चीज तो इधर उधर भागती है रोकने का प्रयास भी व्यर्थ है,स्वतंत्रता ही सब कुछ है आप स्वतंत्र हैं तभी आप अच्छे से जीवन की कल्पना करते हैं,अगर आप को कारागार में डाल दिया जाए तो कैसा जीवन होगा?अगर आप मन में यह सोच ले कि जो आपका है वह कहीं नहीं जा सकता तो यह ज्यादा बेहतर भावना है बजाय इसके कि आप किसी के पीछे पड़ जाएं, तो आप किसी को अपना बना नहीं सकते ना इसलिए यह मन में भावना जरूरत है,आप कोई भी चीज खरीदते हैं तो उसकी कुछ ना कुछ विशेषता तो जरूर होती होगी,तभी आप खरीदते हैं और अगर समय के साथ-साथ उसकी विशेषता खत्म हो जाए या कम हो जाए तो उस चीज का महत्व भी आपके लिए कम हो जाता है.कहने का तात्पर्य यह है कि आपने जिस किसी से भी अपना संबंध शुरू किया है तो यह जरूर देखें की विशेषता कौन सी है? अगर आप उन में कमियां करते चले जा रहे हैं तो वह इंसान निश्चित तौर पर आपसे दूर चला जाएगा अगर किसी को आपकी बातों से प्रेम हुआ था तो उन बातों के अंदाज़ को न खोने दें,सामने वाला आपसे आकर्षित किस बात से था वह चीज अगर आप उसे नहीं देते हैं तो निश्चित तौर पर वही चीज वह दूसरी जगह ढूंढ लेगा और दूसरी जगह मिल जाएगी फिर आपको बड़ी तकलीफ होगी.रिश्ते की शुरूआत में कितनी अच्छी-अच्छी बातें होती हैं?एक दूसरे से बात किए बिना दिल नहीं लगता, एक-एक पल काटना मुश्किल हो जाता है. तुमने खाना खा लिया कि नहीं,किधर हो,क्या कर रहे हो?लेकिन बाद में क्या हो जाता है?आता हुआ कॉल देख कर काट देते हैं.अब सामने वाला आग बन गया है तो आप भी कब तक पानी बने रहेंगे,हैं न?परंतु आपको अपना गुण नहीं खोना चाहिए,आप अगर पानी हैं तो आपको पानी ही बने रहना,तब आप एक दिन देखेंगे कि पानी के पास तो किसी चीज की कमी नहीं रहेगी और आग आग में ही मिल जाएगी.अगर आप रो रहे हैं तो आप कमजोर हैं,कमजोर ही तो रोता है न?या जिसको तकलीफ होती है वह रोता है.खुद को कमजोर बना दोगे तो क्या उम्मीद करेंगे कि दूसरा सुख,शांति और प्रेम बरसा देगा? यह प्रेम,दया,सुख और शांति किधर जाती है? कमजोर इंसान के पास?यहां मैं शारीरिक कमजोरी की बात नहीं कर रहा, मानसिक कमजोरी की बात कर रहा हूं.सबसे पहले तो अपने आप को सामान्य मान बनाएं,शक्तिशाली बनाएं मानसिक रूप से.जब आप खुद को मानसिक रूप से शक्तिशाली और समृद्ध बना लेते हैं तो दुनिया की कोई ताकत नहीं है जो आपको डिगा सके.
बहुत अच्छा।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छे से समझाया आपने।