इन बातों को समझकर आप सारे दुख दर्द भूल जाएंगे

जीवन में कभी उदास मत होना,कभी किसी बात से नाराज मत होना,जिंदगी एक संघर्ष है चलती रहेगी लेकिन कभी अपने जीने का अंदाज मत खोना.जिंदगी में रिश्तो में एक दूसरे के जैसे बन पाओ ये जरूरी नहीं है क्योंकि हर इंसान अपने आप में कुदरत की अद्भुत रचना है,जिंदगी में एक दूसरे के जैसा होना जरूरी नहीं है बल्कि एक दूसरे के लिए होना बहुत जरूरी है.इस दुनिया में आप देखो तो हर किसी को अच्छे की तलाश है,कोई मरीज अच्छे हॉस्पिटल की बात क्यों करता है?क्योंकि वहां पर काफी अच्छी केअर होती है,कोई इंसान खुदके लिए अच्छे रिश्ते की बात क्यों करता है?क्योंकि वहां पर भी केअर होती है,फिक्र होती है,ढोंग की जिंदगी से ढंग की जिंदगी ज्यादा बेहतर होती है,क्योंकि ढोंग की जिंदगी टिकाऊ नहीं होती.किसी को गलत समझने से पहले आप संतुष्ट हो जाओ कि आप सही हो या नहीं.गलत तो हमें सब कुछ लग सकता है.अगर आपका दिल कहता है कि सामने वाले को बदल जाना चाहिए तो यह बात ध्यान में रखिए कि उस सामने वाले को आप आईने में जरूर देख लेना.दूसरों के बदलने से आपकी जिंदगी नहीं बदलने वाली.जो लोग आपकी भर-भरकर बेइज्जती करते हैं सच बोल रहा हूं वे बड़े काम के लोग होते हैं.एक आलसी जानवर तब तक दौड़कर नहीं भागता जब तक उसके पीछे कोई उसे मारने को ना दौड़े.आज अपना दिन है ये बात उस पहलवान से पूछो जो कुश्ती के मैदान में दूसरे पहलवान को पछाड़ रहा है.अगर चिंता करने से जिंदगी की मुश्किलें आसान हो जाती है तो आप करिए,लेकिन किसीे की वजह से आप अपना नुकसान क्यों करोगे? हां मानते हैं कि चिंता होती है,टेंशन होती है,किसकी जिंदगी में नहीं होती?टेंशन और कंप्रेशन के बिना तो बिल्डिंग भी नहीं खड़ी हो सकती. इंसान का जीवन भी ऐसा ही है,टेंशन और कंप्रेशन इतना मत लो की लोड सहनशक्ति से ऊपर हो जाये,बड़ी विचित्र बात है कि कोई परेशान है और मैं उससे कहूं कि भाई तुम परेशान मत हो,ये तो उसके दुख का अनादर करना होगा, हां यह अलग बात है कि उसके दुखी मन को मैं सकारात्मक तरह से खुसी में कैसे बदल सकता हूँ? उसके मन की भावनाओं को,उसके मन की पीड़ा को मैं समझ पाऊं,मैं उसके मन को खुशी में कैसे बदल सकता हूं यह ज्यादा मायने रखता है.अब ज्यादा टेंशन और तनाव में रहने वाले लोग तो यही बोलेंगे कि जैसे जलानी थी जला दी जिंदगी,अब धुएं पर तमाशा कैसा और राख पर बहस कैसी?लेकिन याद रखें,वक्त सबका बदलता है,एक सा वक्त किसी का नहीं रहता.आज बुरा है तो कल अच्छा भी आएगा,आज नहीं तो कल हर चीज का हल निकल ही जाता है.कोई कहता है दुनिया प्यार से चलती है कोई कहता है दुनिया दोस्ती से चलती है,एक बुजुर्ग ने मुझे बताया बेटा दुनिया बस मतलब से चलती है.अब उन्होंने भी अपने हिसाब से सही बताया होगा.जब आपके पास सब कुछ होता है तब आपको अहसास ही नहीं होता है कि कौन आपके अपने हैं और कौन आपके पराए हैं?अब जिंदगी का भ्रम तो यही है कि जरूरत के मुताबिक लोग आपका इस्तेमाल करते हैं और आप यह समझते हैं कि लोग आपको पसंद कर रहे हैं.कभी आप यह जानने की कोशिश करें कि हमें कोई क्यों पसंद कर रहा है?ज्ञान कभी उम्र के हिसाब से ढलता नहीं है जबकि और गहरे अनुभवों को एकत्रित करता है.अपनी वाणी से आप किसी का दिल जीत सकते हैं और दिल दुखा भी सकते हैं,यही वाणी है जिससे लोग दूसरों को हँसा भी सकते हैं और इसे दूसरों को गाली देने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं.एक तरह से देखा जाए तो सारी चीजें पहले से प्री-डिफाइंड हैं,आप अगर अपने मोबाइल में कोई चीज रिकॉर्ड करते हैं तो आप पास्ट देखते हैं,ऐसे ही एक रिकॉर्डेड भविष्य भी है,हम सब जो भी कर्म कर रहे हैं वह सब प्री डिफाइंड है या पहले से निर्धारित है.इस धरती की शुरुआत और इस धरती का अंत या दूसरे ग्रहों का अंत सभी कुछ पहले से निर्धारित ही तो है यानी जो चीज जन्म लेती है वह निश्चित तौर पर एक ना एक दिन अंत को प्राप्त होती है.जब आप जरूरत में होते हैं तब आपके अपनों की असलियत पता चल जाती है.अभी आप रेंज रोवर लेकर निकलो तो पराये भी आपको अपना मानने लगेंगे,वहीं आप साइकिल से निकलो तो कोई पूछेगा भी नहीं.आप कितने भी अच्छे इंसान बने रहो और घर से पैदल निकलोगे तो आपको लोग जरुर बोलने लगेंगे,क्या पेट कम कर रहे हो? जिस पर तुम्हारा बस नहीं है उसके लिए रोना बंद कर दो. जिंदगी में दो बातें हमेशा याद रखना जब गुस्सा आए तब कोई फैसला नहीं करना और जब बहुत खुश हो तब कोई वादा नहीं करना.किसी इंसान को पहचानने के लिए अच्छा भाव चाहिए तेज दिमाग नहीं,क्योंकि तेज़ दिमाग हमेशा तर्क करता है, कमेंट करता है,जिंदगी में अगर आपके काम खराब होने लगे तो लोग आपको सुझाव देने लगेंगे और अगर काम अच्छे होने लगें तो लोग आपसे सुझाव लेने लगेंगे,इसलिए या तो अपने कामों को लोगों के सुझाव पर चलने दे या फिर खुद की जिम्मेदारी खुद उठाएं.तू बस खूबियां गिन,कमियां निकालने के लिए तो लोग हैं.अगर रखना ही है कदम तो आगे रख,पीछे खींचने के लिए तो लोग हैं.अगर बनानी हैं तो यादें बनाएं,बातें बनाने के लिए तो लोग हैं.भरोसा रखना है तो खुद पर रख,शक करने के लिए तो लोग हैं.तू बस खुद को संवार,आईना दिखाने के लिए तो लोग हैं.खुद की अलग पहचान बनाएं, भीड़ में चलने के लिए तो लोग हैं,आप कुछ करके दुनिया को तो दिखाएं, तालियां बजाने के लिए तो लोग हैं.आपको मेरी बातें कैसी लगीं?कमेंट करके जरूर बताएं.

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