Copyright क्या होता है? Youtube पर ये कैसे काम करता है?


कॉपीराइट का अर्थ है किसी का भी मौलिक कार्य यदि उसके पास पेन ड्राइव, डिजिटल नोट्स, डिजिटल कंटेंट, डीवीडी, कंप्यूटर या मोबाइल में सुरक्षित है तो उस व्यक्ति को उसका कॉपीराइट स्वतः ही मिल जाता है। किसी भी व्यक्ति के मौलिक कार्य का उसकी स्वीकृति के विरुद्ध अनाधिकृत विक्रय, पोस्ट या कंटेंट का प्रसार करना कॉपीराइट के उलंघन की श्रेणी में आता है। कई देशों में, असली कॉपीराइट के मालिक की पहचान करने के लिए ये निर्णय अदालत के अधीन हो जाता है कि संबंधित कॉपीराइट का असली मालिक कौन है?


    इस तरह के कार्य कॉपीराइट के अंतगर्त हैं:


    ▪ साउंड रेकॉर्डिंग एवं म्यूजिकल कम्पोजीशन
    ▪ लेखकों के कार्य जैसे लेख, किताबें वक्तव्य, संगीत lyrics आदि।
    ▪ स्टेज पर किये गए कार्य जैसे नोटंकी, ड्रामा, नृत्य, नाटक एवं म्यूजिकल प्ले।
    ▪ वीडियो खेल, सॉफ्टवेयर, ऍप्स आदि।

    ▪ पेंटिंग, पोस्टर, विज्ञापन एवं फ़ोटोस या इमेजेज (यदि क्रिएटिव कॉमन्स लाइसेंस न दिया गया हो)

    ▪ Audiovisuals वाले कार्य जैसे  tv shows, online videos, films आदि




    Youtube पर copyright कैसे काम करता है? इसका जवाब आप ऐसे समझिए:


    ▪ आपने कोई छोटा या बड़ा वीडियो स्वयं से रिकॉर्ड किया, जिसमें आप स्वयं उपस्थित हैं अथवा आपने स्वयं की उपस्थित के साथ किसी सामाजिक स्थान की विवेचना कर उस वीडियो को यूट्यूब पर अपलोड कर दिया, तो उसी समय उस वीडियो का कॉपीराइट आपके पास सुरक्षित हो जाता है जब तक कि वह वीडियो आपके द्वारा यूट्यूब से हटाया न गया हो।


    ▪ अब यदि कोई आपकी बिना स्वीकृति के आपकी उसी वीडियो का कोई भी हिस्सा चाहे वह 10 सेकण्ड्स का ही क्यों न हो, इस्तेमाल करता है तो आपको ये अधिकार है कि आप उसे चेतावनी के तौर पर youtube के studio में जाकर कॉपीराइट matches फीचर का उपयोग कर request removal वाले feature का उपयोग कर सकते हैं। यदि उसके बाद भी संबंधित व्यक्ति ने आपकी आपत्ति वाली क्लिप या वीडियो को नहीं हटाया तो आप copyright violation का फॉर्म भरकर उसे copyright strike देकर समन्धित वीडियो को youtube से डिलीट या रिमूव करवाने का अधिकार रखते हैं। किंतु याद रहे, यदि आपको लगता है कि सामने वाले व्यक्ति ने आपके वीडियो का दुरुपयोग, दुष्प्रचार किया है या फिर बिना मेहनत सिर्फ आपके कंटेंट को सीधा सीधा अपलोड कर दिया है तब आप ऐसा करें, किसी को भी fake कॉपीराइट भेजना भी अपराध है जिसकी penalty फेक कॉपीराइट स्ट्राइक भेजने वाले को उसकी id या कंटेंट को youtube partner प्रोग्राम से निष्कासित करवा सकती है। 



    ▪ एजुकेशन, न्यूज़ रिपोर्टिंग, कॉमेंटिंग या रिएक्शन देना ये फेयर use के अंदर आता है, लेकिन इस कार्य में संबंधित व्यक्ति ने 80-90% स्वयं मेहनत की हो तभी वह इसे कानूनन सिद्ध कर सकता है, इस तरह आप किसी के कॉपीराइट का उलंघन कर ये कहकर नहीं बच सकते कि आपने उसका फेयर यूज़ किया है, किसी का भी कॉपीराइट हमेशा ही संबंधित व्यक्ति का ही रहेगा। फेयर यूज़ का निर्धारण कानूनी नियमों के तहत अदालत करती है। अदालत का निर्णय ही अंतिम निर्णय के रूप में मान्य किया जाता है।



    ▪ कुछ म्यूजिक कंपनी, बड़ी personality या स्टूडियो वाले पहले से ही अपने मौलिक कार्य का content id यूट्यूब से ले लेते हैं, तो जब भी उनके मौलिक कार्य को कोई भी youtube पर इस्तेमाल करता है तो उस से हुई आय स्वतः ही कॉपीराइट होल्डर को चली जाती है, यदि कॉपीराइट होल्डर ने ये स्वीकृति दे रखी है कि वह अपने कंटेंट के इस्तेमाल का कुछ % लेगा तब यह revenue share कहलाता है। लेकिन हर मामले में कॉपीराइट का अधिकार संबंधित कॉपीराइट होल्डर का ही रहता है।



    ▪ कोई भी क्रिएटिव कार्य जिसमें आपने मेहनत की हो और वो आपके पास स्टोर हो चाहे ऑफलाइन या ऑनलाइन तब आप कॉपीराइट कानून के तहत उसकी सुरक्षा हेतु दावा करने के हकदार होते हैं। नामों तथा शीर्षकों पर तब तक कॉपीराइट लागू नहीं होता जब तक उनका कॉपीराइट लिया न गया हो।


    ▪ इस बात से बिल्कुल भ्रमित न हों कि कॉपीराइट और ट्रेडमार्क दोनों एक ही चीज़ें हैं। कॉपीराइट क्रिएटिव कार्य एवं बौद्धिक संपत्ति का एक रूप है जबकि ट्रेडमार्क किसी पहचान का स्वरूप जैसे किसी कंपनी का नाम, logo आदि।



    ▪ कॉपीराइट और निजता में फर्क


    ध्यान देने योग्य ये बात भी है कि किसी वीडियो में आपकी सिर्फ मौजूदगी का ये अर्थ नहीं हो जाता कि उसका कॉपीराइट आपके पास आ गया। तब जब आपने उसमें अपना कोई क्रिएटिव कार्य उसमें किया ही न हो। जैसे आपके दोस्त ने आपका interview लिया और उसे रिकॉर्ड किया जिसमें उसने अपनी मेहनत की, तो उस वीडियो का कॉपीराइट उसी मित्र का होगा न कि आपका। 
    हाँ, यदि आपकी बिना सहमति के कोई व्यक्ति आपकी इमेज या वीडियो को दुष्प्रचार या गलत मंशा से कहीं दिखा रहा है तब आप अपनी निजता की सुरक्षा के लिए दिए विकल्पों के प्रयोग कर सकते हैं।



    ▪ चाहे आपने youtube से content id ले रखी हो या नहीं ले रखी हो, हर मामले में आपका कॉपीराइट आपका ही रहता है इसे आपसे आपकी स्वीकृति के बिना कोई नहीं ले सकता। जब यूट्यूब को एक मान्य कॉपीराइट अनुरोध किया जाता है तब youtube संबंधित वीडियो को अपने plateform से हटा देता है। तो उम्मीद करता हूँ आज आप कॉपीराइट के बारे में काफी हद समझ गए होंगे और ये कैसे youtube पर कार्य करती हैं उसको भी मैंने भलीभाँति आपको समझाया। तो आपको मेरा ब्लॉग पसंद आया या नहीं अपनी प्रतिक्रिया जरूर दें, आगे की updates पाने के लिए आप हमारे stuff sky ब्लॉग को फॉलो भी कर लें।

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