Copyright क्या होता है? Youtube पर ये कैसे काम करता है?
कॉपीराइट का अर्थ है किसी का भी मौलिक कार्य यदि उसके पास पेन ड्राइव, डिजिटल नोट्स, डिजिटल कंटेंट, डीवीडी, कंप्यूटर या मोबाइल में सुरक्षित है तो उस व्यक्ति को उसका कॉपीराइट स्वतः ही मिल जाता है। किसी भी व्यक्ति के मौलिक कार्य का उसकी स्वीकृति के विरुद्ध अनाधिकृत विक्रय, पोस्ट या कंटेंट का प्रसार करना कॉपीराइट के उलंघन की श्रेणी में आता है। कई देशों में, असली कॉपीराइट के मालिक की पहचान करने के लिए ये निर्णय अदालत के अधीन हो जाता है कि संबंधित कॉपीराइट का असली मालिक कौन है?
इस तरह के कार्य कॉपीराइट के अंतगर्त हैं:
▪ साउंड रेकॉर्डिंग एवं म्यूजिकल कम्पोजीशन
▪ लेखकों के कार्य जैसे लेख, किताबें वक्तव्य, संगीत lyrics आदि।
▪ स्टेज पर किये गए कार्य जैसे नोटंकी, ड्रामा, नृत्य, नाटक एवं म्यूजिकल प्ले।
▪ वीडियो खेल, सॉफ्टवेयर, ऍप्स आदि।
▪ पेंटिंग, पोस्टर, विज्ञापन एवं फ़ोटोस या इमेजेज (यदि क्रिएटिव कॉमन्स लाइसेंस न दिया गया हो)
▪ Audiovisuals वाले कार्य जैसे tv shows, online videos, films आदि
Youtube पर copyright कैसे काम करता है? इसका जवाब आप ऐसे समझिए:
▪ एजुकेशन, न्यूज़ रिपोर्टिंग, कॉमेंटिंग या रिएक्शन देना ये फेयर use के अंदर आता है, लेकिन इस कार्य में संबंधित व्यक्ति ने 80-90% स्वयं मेहनत की हो तभी वह इसे कानूनन सिद्ध कर सकता है, इस तरह आप किसी के कॉपीराइट का उलंघन कर ये कहकर नहीं बच सकते कि आपने उसका फेयर यूज़ किया है, किसी का भी कॉपीराइट हमेशा ही संबंधित व्यक्ति का ही रहेगा। फेयर यूज़ का निर्धारण कानूनी नियमों के तहत अदालत करती है। अदालत का निर्णय ही अंतिम निर्णय के रूप में मान्य किया जाता है।
▪ कुछ म्यूजिक कंपनी, बड़ी personality या स्टूडियो वाले पहले से ही अपने मौलिक कार्य का content id यूट्यूब से ले लेते हैं, तो जब भी उनके मौलिक कार्य को कोई भी youtube पर इस्तेमाल करता है तो उस से हुई आय स्वतः ही कॉपीराइट होल्डर को चली जाती है, यदि कॉपीराइट होल्डर ने ये स्वीकृति दे रखी है कि वह अपने कंटेंट के इस्तेमाल का कुछ % लेगा तब यह revenue share कहलाता है। लेकिन हर मामले में कॉपीराइट का अधिकार संबंधित कॉपीराइट होल्डर का ही रहता है।
▪ कोई भी क्रिएटिव कार्य जिसमें आपने मेहनत की हो और वो आपके पास स्टोर हो चाहे ऑफलाइन या ऑनलाइन तब आप कॉपीराइट कानून के तहत उसकी सुरक्षा हेतु दावा करने के हकदार होते हैं। नामों तथा शीर्षकों पर तब तक कॉपीराइट लागू नहीं होता जब तक उनका कॉपीराइट लिया न गया हो।
▪ कॉपीराइट और निजता में फर्क:
हाँ, यदि आपकी बिना सहमति के कोई व्यक्ति आपकी इमेज या वीडियो को दुष्प्रचार या गलत मंशा से कहीं दिखा रहा है तब आप अपनी निजता की सुरक्षा के लिए दिए विकल्पों के प्रयोग कर सकते हैं।
Post a Comment