क्या 2023 में ब्लॉगर पर Google ऐडसेंस अप्रूव हो सकता है?



जी हाँ बिल्कुल !! बस आपकी वेबसाइट, ब्लॉग या यूट्यूब चैनल, गूगल एडसेंस के नियमों को भली-भाँति फॉलो कर रहें हों। इस से कोई फर्क नहीं पड़ता कि वर्ष 2023 या 2025 है। फर्क इस से पड़ता है कि आप एडसेंस के नियमों का पालन कर रहे हैं अथवा नहीं।


    01. अपने ब्लॉग को मोनेटाइज कैसे करें?

    यदि blogger पर मौजूद आपका ब्लॉग गूगल के एड सिस्टम, कंटेंट पॉलिसी, वैल्यू कंटेंट में खरा उतरता है तो वह भी 7 से 14 दिनों में मोनेटाइज हो जाएगा। ब्लॉगिंग में सबसे ज्यादा मायने यह रखता है कि आपके ब्लॉग्स ओरिजिनल हों ( स्वयं या टीम के द्वारा लिखे गए हों) एवं यूनिक हों( जिससे एक रीडर को आपके ब्लॉग पर विजिट करने का मकसद मिल सके)। वहीं एडसेंस की तरफ से यदि आपके ब्लॉग को monetisation से जुड़ा कोई issue आ रहा है तो धेर्य रखें और जो भी issue आ रहा हो उसे दूर कर दुबारा अप्लाई करें।

    02. ब्लॉग पर low value content का issue क्यों आता है?

    यदि आपका ब्लॉग लॉ वैल्यू कंटेंट के आधार पर मोनेटाइजेशन के लिए रिजेक्ट हो जाता है तो घबराएं नहीं, इसकी वजह ये है कि गूगल के बोट्स आपके कंटेंट को 100% आपका नहीं समझ रहे अर्थात आपने अपना कंटेंट या उसका कोई भाग कहीं न कहीं से कॉपी किया है, याद रखें अपना 100% यूनिक कंटेंट तैयार करें, सर्वप्रथम अपना कंटेंट लिखें फिर उसे साहित्यिक चोरी की जाँच करने वाली वेबसाइट से जाँच कर लें कि वह कहीं किसी अन्य वेबसाइट से मेल तो नहीं खा रहा। तत्पश्चात ही उसे पब्लिश करें। आपका एक ब्लॉग 500 से 1050 शब्दों का हो तो अच्छा रहेगा। बस फिर आप दुबारा से मोनेटाइजेशन के लिए एप्लाई करें। 

    03. अपने ब्लॉग को गूगल एडसेंस में review के लिए कब भेजना चाहिए?

    यदि आपकी ज्यादातर पोस्ट्स 400 शब्दों से ऊपर और 1000 शब्दों से कम हैं तो आप अपनी ब्लॉगसाइट पर 45 से 50 पोस्ट्स लिखने के बाद ही एडसेंस को review के लिए भेजें। वहीं आपकी पोस्ट्स यदि 1000 शब्दों से अधिक हैं तो 25 से 30 पोस्ट्स लिखने के बाद ही एडसेंस के review के लिए भेजें, अन्यथा एडसेंस की तरफ से low value content का issue आता रहेगा। इसलिए यूनिक और ओरिजिनल पोस्ट्स लिखने पर अपना ध्यान केंद्रित करें न कि monetisation की जल्दबाजी के लिए। क्योंकि ब्लॉगिंग एक धेर्य का कार्य भी है, यहाँ आपको परिणाम तुरंत नहीं दिखते। और सबसे बड़ी और ज़रूरी बात ये है कि आप कभी किसी के कॉपी कंटेंट का प्रयोग अपने व्लोग पर न करें, वरना आगे monetisation में समस्या आ सकती है। और आखिरी बात ये भी ध्यान रखें कि आप जब भी अपनी knowledge या अनुभव अपने लेख के माध्यम से लोगों तक पहुंचाते हैं तो आपके समझाने का तरीका और भाषा सरल हो ताकि एक रीडर को आपके लेख को पढ़ने में आसानी हो और उसका intrest भी आपके blogs में बना रहे।

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