यूट्यूब पर Misleading thumbnail, description, tags और title का क्या अर्थ है
▪ यूट्यूब पर जब आप एक वीडियो को पब्लिश करते हैं तो आप उसे एक viewer को समझाने के लिए मेटाडेटा का इस्तेमाल करते हैं। जिसे हम मेटाडेटा कहते हैं, इसमें थंबनेल, डिस्क्रिप्शन एवं टैग्स आते हैं। यदि आप अपने वीडियो से अलग या भ्रामित करने वाला मेटाडेटा इस्तेमाल करते हैं तो यह यूट्यूब की पॉलिसी का उलंघन होता है। इसलिए ये यदि आप यूट्यूब पर एक भरोसेमंद क्रिएटर हैं तो आपको misleading मेटाडेटा के इस्तेमाल से बचना चाहिए।
▪ ध्यान देने योग्य यह बात भी है कि आप आकर्षक थंबनेल बनाऐं और अपने कंटेंट से जुड़े टैग्स और डिस्क्रिप्शन का प्रयोग करें। आकर्षक कंटेंट बनाना ही एक viewer को अपने वीडियो के प्रति रुचि जाग्रत करता है। इसलिए थंबनेल पर मेहनत करें और उसे आकर्षक बनाऐं, थंबनेल ही पहली चीज़ है जिसे देखकर एक viewer कई वीडियोस में से आपके वीडियो पर क्लिक पहले करता है, जब आपने उसपर अच्छा कार्य किया हो। इसलिए वीडियो पब्लिश करने की जल्दबाजी में आप साधारण सी थंबनेल के साथ वीडियो पब्लिश कर देते हैं जिस से यूट्यूब impression देता भी है तो भी लोग उसपर अच्छी थंबनेल न होने के कारण क्लिक नहीं करते।
▪ हालांकि आपका वीडियो कंटेंट भी मायने रखता है पंरन्तु थंबनेल की उपयोकिता को भी नहीं नकारा जा सकता। वहीं अब बात करें डिस्क्रिप्शन और टैग्स की, तो यूट्यूब को आपके कंटेंट को और बेहतर समझाने के लिए आपको अपने वीडियो से जुड़ा डिस्क्रिप्शन और उस से जुड़े टैग्स भी इस्तेमाल करने चाहिए। इसका फायदा ये होता है कि यूट्यूब आपके वीडियो के impression सही जगह दिखाता है जिससे आपके वीडियो पर views भी बढ़ते हैं। इसलिए सही Search engine optimisation (SEO) की जानकारी के साथ आप यूट्यूब पर अपने चैनल को ग्रो कर पाते हैं। सिर्फ वीडियो बनाकर डालना ही आपका उद्देश्य नहीं होना चाहिए वल्कि अच्छी थंबनेल, वीडियो से जुड़ा डिस्क्रिप्शन और उस से जुड़े टैग्स का इस्तेमाल कर आप ये सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपका वीडियो अच्छा परफॉर्म करेगा।
▪ Misleading या भ्रामित करने वाला मेटाडेटा इस्तेमाल करने से न ही आपके वीडियो के impression सही जगह दिखते हैं और न ही ये यूट्यूब की पॉलिसी के अंतर्गत आता है इससे आपके वीडियो के view भी प्रभावित होते हैं। मान लीजिए कि आपने कोई फ़ोन के review पर वीडियो बनाया और उसमें उसी से जुड़ा मेटाडेटा इस्तेमाल किया तो यूट्यूब भी आपके impression उसी जगह दिखायेगा जहां अन्य फ़ोन या उस फ़ोन के review के और वीडियोस पहले से बने हों, और उसी प्रकार के viewers भी आपके वीडियो को देखेंगे जिस से ज्यादा views आएंगे।
कहाँ से लें अपने वीडियो टाइटल के लिए टैग्स: आप यहाँ से अपने वीडियो के टाइटल को सर्च करके अच्छे टैग्स प्राप्त कर सकते हैं: https://ahrefs.com/youtube-keyword-tool यह एक free Youtube keyword tool साइट है। keyword research tool की दूसरी साइट ये है: https://keywordtool.io/youtube
▪ जब आप फ़ोन के review पर वीडियो बनाकर उसका टाइटल गलत लिख दें, थंबनेल गलत बना दें और भ्रामित करने वाले टैग्स लगा दें तो जाहिर है आपका वीडियो वहीं suggest होगा जैसा आपने मेटाडेटा दिया है। लेकिन लोग आपके वीडियो को ज्यादा देर तक नहीं देखेंगे क्योंकि वह उनके interest का नहीं होगा जिसके फलस्वरूप आपके वीडियो का avg. view duration कम होगा मतलब CTR भी प्रभावित होगा, तब आपका वीडियो अच्छा होते हुए भी रुक जाएगा। कुल मिलाकर आप जिस भी टॉपिक पर वीडियो बनाएं तो उस से जुड़े मेटाडेटा का इस्तेमाल करें। उम्मीद है आपको ये जानकारी लाभप्रद लगी हो और यदि इस से जुड़ा कोई आपका सवाल है तो आप हमें कमेंट कर पूछ सकते हैं।
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