अकेलेपन से Winner बनने तक सिर्फ आप ही आप होंगे
आपने कभी ना कभी किसी ना किसी से यह बात जरूर कही होगी कि मैं आज बहुत परेशान हूं प्लीज मुझे अकेला छोड़ दो.अकेलापन!!क्या है ये?एक बात बताइए कि आप जब भीड़ में जाकर अपनी फीलिंग्स शेयर करते हैं तब वह भीड़ आप पर हंसने लगती है ना?भीड़ के लिए तो जैसे आपकी परेशानी भी मजाक सी लगती है.क्या आपको वहां सलूशन मिलता है? शायद नहीं और आपको दुख इस बात का होता है कि वह भीड़ कोई और नहीं आपके अपने ही होते हैं.आप अपने दोस्तों के साथ बैठे हो और आपने अपनी कोई प्रॉब्लम उनसे शेयर कर दी,वह प्रॉब्लम थी ऐसी कि सब हँसने लगे.चलो हंसी मजाक तो अच्छी बात है पर क्या आपको वह सलूशन मिला जो आपकी इस समस्या को सुलझा सकता था? शायद नहीं? चलिए अब आप घर पर आ गए अकेले बैठे हो परेशान हो निराश हो माना कि अकेले में कोई सलूशन नहीं मिल रहा पर वहां आपसे कोई यह भी तो नहीं कह रहा कि आप यह नहीं कर सकते.कोई हंसकर आपका मजाक भी तो नहीं बना रहा.फिर इस केस में बस आप उसी परेशानी को गहराई से सोचते हो कि क्या होगा कुछ समझ नहीं आ रहा कोई तो सलूशन होगा इस प्रॉब्लम का.धीरे-धीरे आप खुद तरीके ढूंढोगे,थोड़ी मुश्किलें आएंगी लेकिन आखिर में कोशिश करते-करते,कहीं ना कहीं आपको सलूशन मिल ही जाएगा.तो अब आप बताइए कि अकेलेपन ने आपकी मदद की?ऐसा नहीं है कि सक्सेसफुल लोगों के पास प्रॉब्लम नहीं है या डिप्रेशन नहीं है लेकिन वह थोड़ी देर के लिए ही उस स्टेट में जाते हैं उसके बाद फिर से अपनी पूरी एनर्जी के साथ काम पर लग जाते हैं.वह अपने डिप्रेशन को खुद पर हावी नहीं होने देते चाहे परिस्थिति अच्छी हो या बुरी उन्हें पता है कि उंगली पकड़कर चलने से होगा क्या? बदलाव वह सिर्फ खुद ला सकते हैं.पता है मैं ऐसा क्यों बोल रहा हूं क्योंकि आपके अकेलेपन और आपके बीच उस वक्त कोई आपसे आकर यह नहीं कहता कि आपसे यह प्रॉब्लम सॉल्व नहीं हो सकती.आप कभी खुद को भी यह मत बताओ कि मैं कमजोर हूं ऐसा कहो मैं कर सकता हूं,मैं करूंगा,मैं करके ही दिखाऊंगा और देखो मैंने कर दिया.बस एक सेंटेंस को 4 तरीके से खुद से कहने भर से आप ऊर्जा से भर जाओगे.तीसरे तरह का वाक्य बहुत मायने रखता है क्योंकि वही आपको चौथे वाले सेंटेंस के करीब लेकर आता है. जो भी आप का मजाक उड़ाते हैं वह एक्चुअली आप पर नहीं हँस रहे होते हैं बल्कि यह सोच कर हंस रहे होते हैं इतना बड़ा फैसला इसने अकेले कैसे ले लिया,अकेले कैसे ले लिया?50 लोगों के बताए फैसले अक्सर गलत हो जाते हैं या फैसले ही नहीं हो पाते लेकिन अकेला इंसान जब हिम्मत करता है तो अपने फैसले से आज तो क्या कल भी बदल डालने की दम रखता है. इसलिए खुद को अंदर से स्ट्रांग रखें याद रखें जिनके हाथ पैर भी नहीं होते वह तक तो इतिहास लिख देते हैं.
हर रोज गिरकर भी मुकम्मल खड़े हैं ए जिंदगी देख मेरे हौसले तुझसे भी बड़े हैं,हौसले के तरकश में कोशिश का वह तीर ज़िंदा है हर जाऊं चाहे जिंदगी में सब कुछ मगर फिर भी जीतने की उम्मीद जिंदा है. मान लो आपने कहीं पढ़ लिया कि अकेलेपन से लोग डिप्रेशन में चले जाते हैं और समय से पहले दुनिया से चले जाते हैं. अब आपके पास दो ऑप्शन है पहला यह कि या तो यह बात मान लो और खुश रहो अगर रह सकते हो तो. दूसरा यह कि यह बात मानो ही मत और खुद से कहो ऐसे कैसे मर जाते हैं मैं यही साबित करके दिखा देता हूं और आपको कोई बात लग गई आप अकेले अपनी हॉबी को या काम को या स्टडी को या बिजनेस को करने में लग गए और 1 दिन आप सफल हो गए.अब क्या होगा फिर लोगों का माइंड सेट आपके लिए बदल जाएगा बोलने लगेंगे यार हमने तो पढ़ा था कि अकेलेपन से लोग डिप्रेशन में चले जाते हैं और टाइम से पहले दुनिया छोड़ जाते हैं लेकिन इसने कर दिखाया. तो इसका मतलब यह है कि आप ने वह कर दिखाया जो लोगों के लिए असंभव था और अब आप एग्जाम्पल देने के लिए नहीं वल्कि खुद ही एग्जांपल बन गए.अब आप अच्छे से समझ गए होंगे कि अगर अकेलेपन को ताकत बना लिया तो गेम में आप नहीं फिर वह गेम ही आपका है और विनर भी आप ही होंगे.
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