सच्चा प्यार Vs झूठा प्यार

जो चला गया उसका दुःख मानाने से अच्छा है कि जो आज है उसकी कद्र की जाए,ज्यादातर लोगों को लगता है कि मुझे बस खूबसूरत जीवन साथी मिल जाए,परंतु जो रिश्तों की असली खूबसूरती है उसे लोग नज़रंदाज़ कर जाते हैं और रिश्तों में कई तरह की समस्याओं से जूझते रहते हैं.
जंगल से गुजरते समय एक राजकुमार को एक परी दिखाई दी.वह उसके रूप पर मोहित हो गया और उसके पीछे-पीछे चल दिया.कुछ दूर जाकर वह परी गायब हो जाती है,राजकुमार व्याकुल होकर उसे ढूंढता है.तभी अचानक एक कुरूप लड़की उसे दिखती है जो राजकुमार से पूछती है कि आप किसे ढूंढ रहे हो? राजकुमार उसे देख कर डर जाता है और बोलता है कि मैं उस परी को ढूंढ रहा हूं जिससे मुझे प्यार हो गया है. वह कुरूप लड़की पूछती है क्या सच में आप उसे प्यार करने लगे हैं?राजकुमार जवाब देता है हां मैं उसके लिए कुछ भी कर सकता हूं.मैं सच में उसके साथ जीवन बिताना चाहता हूं.कुरूप लड़की ने कहा तो चलिए राजकुमार वह मैं ही थी!!इतना सुनकर राजकुमार भोचक्का रह गया.उस कुरूप लड़की ने आगे कहा,जब आपने मुझे परी के रूप में देखा तब आप मेरे रूप पर मोहित हो गए और जब इस रूप में देखा तो मुझसे डर गए.तो क्या आप अब भी मुझसे प्यार करेंगे? राजकुमार का सर झुक गया और वह समझ गया कि सच्ची सुंदरता इंसान के अंदर है ना कि बाहरी रूप में.बाह्य रूप तो बस एक काया है जो समय के साथ-साथ ढल जाती है.राजकुमार ने कहा हां मैं अबभी आपसे प्रेम करता हूं और कोई कुछ भी बोले मैं तब भी आपसे दूर नहीं जाऊंगा.इतना सुनकर वो फिर कुरूप लड़की फिर से वही खूबसूरत परी बन गई और दोनों साथ-साथ राजमहल की ओर चले गए.
दोस्तों,किसी भी रिश्ते को तोड़ने से पहले जरा यह सोचें कि आप उसे अब तक क्यों निभा रहे थे?एक बार की बात है एक चिड़िया को एक सफेद गुलाब से प्यार हो जाता है.जब एक दिन वह अपने प्यार का इजहार करती है तो सफेद गुलाब ये कहकर मना कर देता है कि मैं अभी तुम्हें प्यार नहीं करता.लेकिन चिड़िया फिर भी रोज आती और अपने प्यार का इजहार करती.अंत में सफेद गुलाब ने कहा,जब मैं लाल हो जाऊंगा तब मैं तुमसे प्रेम करूंगा और एक दिन चिड़िया आई और उसने गुलाब के कांटो से अपने पंखों को छलनी कर दिया और अपने रक्त से उस गुलाब को लाल कर दिया. तब उस गुलाब को यह महसूस हुआ कि वह चिड़िया उसे कितना प्यार करती है उसी वक्त गुलाब कहता है कि मैं भी अब तुमसे प्यार करता हूं.लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी क्योंकि चिड़िया मर चुकी थी. दोस्तों,हमें हमेशा दूसरों की भावनाओं की कद्र करनी चाहिए,क्योंकि समय जब होता है तब समझ नहीं आता और जब समझ आता है तो समय निकल जाता है.
कहते हैं प्रेम को शब्दों से परिभाषित नहीं किया जा सकता,इसे तो बस महसूस किया जा सकता है.
एक लड़की ने एक बुजुर्ग से पूछा कि सच्चा प्यार बहुतों को नसीब नहीं होता इसमें हकीकत क्या है?बुजुर्ग ने कहा कि पास में एक बाग है तुम कल सबसे खूबसूरत फूल तोड़ कर लेकर आना तब मैं बताऊंगा.दूसरे दिन लड़की खाली हाथ वापस आई.बुजुर्ग ने खाली हाथ लौटने का कारण पूछा तो लड़की बोली कि बाग में एक फूल सबसे खूबसूरत था पर मुझे लगा कि उससे भी खूबसूरत फूल और लगे होंगे तो मैं उससे बेहतर की तलाश में आगे बढ़ गई,पर कोई प्यारा सा फूल मिला नहीं.तो मैंने सोचा कि वापस उसी फूल को तोड़ लूं.लेकिन देखा तो उसे कोई और तोड़ कर ले गया था. तब बुजुर्ग ने कहा,बेटी यही प्यार की हकीकत है.जो सामने होता है उसकी कद्र नहीं होती और जब वापस लौटो तो वह भी नहीं मिलता.यही वजह है कि सच्चा प्यार हर किसी को नसीब नहीं होता.दोस्तों,हो सकता है कि कोई आपको कुछ ना दे पाए लेकिन आप बहुतों को बहुत कुछ देकर भी अमीर हो जाते हैं.इसलिए प्रेम,स्नेह और दूसरों के प्रति अपनत्व का भाव ही इंसान को इंसान होने का गौरव प्रदान करता है.

कोई टिप्पणी नहीं

Blogger द्वारा संचालित.