किसी के भी झूठ और धोखे को इन तरीकों से पकड़ें How to check if someone is lying to you

हर इंसान को चाहे वो खुद धोखेबाज़ क्यों न हो कभी न कभी किसी न किसी से धोखा जरूर मिला होता है.कुछ लोग फितरत से ही धोखेबाज़ होते हैं या कुछ लोग सोशल इनसिक्योरिटी से लोगों को धोखेबाज़ होने का दिखावा करते हैं.पर जरूरी ये है कि अपने आस-पास ऐसे लोगों को कैसे पहचानें जो आपको भविष्य में भी धोखा दे सकते हैं,आइये इसे हम मोनोविज्ञान की मदद से जानते हैं:
धोखा, छल, बेईमानी, झांसा,और चाल.झूठे तरीके से सच बताने के ऐसे तरीके हैं जो पूरी तरह से सच नहीं होते,ये आधे सच और आधे झूठ का मिश्रण होते हैं.इसके लिए धोखा देने वाला इंसान ध्यान भंग,छल या छिपाव का प्रयोग करता है और उसे लगता है कि वो उसे बेहतर करने में माहिर है.ज्यादातर लोग दोस्तों,रिश्तेदारों और यहां तक कि अजनबियों के भी हमेशा सच्चे होने की उम्मीद करते हैं,लेकिन जब भोली सी सूरत के पीछे कुछ और सामने आता है तो यकीन कर पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है.धोखेबाज लोग दूसरों को वेवकूफ बनाने के लिए हमेशा एक नई कहानी तैयार रखते हैं और उनकी मीठी-मीठी बातों में फँसकर अधिकतर लोग अपना पैसा,जरूरी जानकारियां या अपना करीबी रिश्ता तक खो देते हैं.कितनी बार हम रिश्तेदारों और दोस्तों को सलाह देते हैं कि इस व्यक्ति पर भरोसा नहीं किया जा सकता है.
सबसे आम कारण है कि हम लोगों को समझना या सीखना चाहते हैं,कोई भी किसी से धोखा नहीं खाना चाहता लेकिन आपकी इच्छा के बगैर ही सही,लेकिन सामने वाला आपको धोखा दे जाता है.ऐसे में कुछ संकेत और आदतों को याद रखना चाहिए जो आपको यह समझने में मदद करेंगे कि सामने वाला इंसान झूठ बोल रहा या आपको cheat करने की कोशिश कर रहा है.मैं ये नहीं बोल रहा कि ऐसे सभी लोग धोखेबाज़ होते हैं लेकिन जो बातें एक इंसान को झूठा और धोखेबाज़ बनातीं हैं वो ऐसे लोगों में पायीं जाती हैं:

1.अक्सर धोखेबाज इंसान की आवाज़ बदलती है:झूठ बोलने वाला या धोखा देने वाले इंसान से जब आप communicate करेंगे तो आप पाएंगे कि बात करते समय उसकी tone समान नहीं रहेगी,ऐसा उसके साथ इसलिए भी हो सकता है कि उसे डर हो कि कहीं वो पकड़ा न जाये.

2.घुमा घुमाकर बातें करना:Cheat करने वाला इंसान कभी भी कोई बात clear नहीं बताएगा,आप उस से पूछेंगे कुछ,और वो बताएगा कुछ और.यानि आपको उलझाने के लिए वो नई-नई बातें आपको पकड़ाता चला जायेगा जैसे कि कभी दूसरे व्यक्ति या जगह का उदाहरण देगा या बड़ी-बड़ी डींगे मारेगा या कोई नकली कहानी बनाकर बताएगा या अधिक अनुमान लगाने वाली बातें आपसे करेगा.

3.Heavy social media user: Cyberpsychology,behaviour तथा social networking की एक research बताती है कि जो व्यक्ति ज्यादा ट्विटर या फेसबुक का इस्तेमाल करते हुए मिले उनमे से ज्यादा के रिश्ते या तो टूट गए या वो किसी अन्य को धोखा दे रहे थे या तलाक शुदा थे.इसमे समय कोई फैक्टर नहीं था.Researchers ने जब Ashley madison नामक एक डेटिंग वेबसाइट से 9 अंक के डेटा लिए,जिनमे उम्र के 29,39,49 और 59 अंक शामिल थे वे सभी शादी के बाद भी अपने पार्टनर को चीट करते हुए पाए गए.University of south alabama की एक रिसर्च बताती है कि जो व्यक्ति या औरत किसी एक के साथ विश्वासघाती है वो किसी और के साथ भी विश्वासघाती होता है.

4.Friskier mate:Intimacy expert बताते हैं कि जो व्यक्ति जल्दी आपसे फिजिकली प्रभावित हो जाये वो आपको cheat कर रहा है.जिसमें वो आपसे खुदको जरूरत से ज्यादा बनावटी ढंग में पेश करता है.आपकी तारीफ और आपसे जुड़े रहने के लिए हर संभव कोशिश करता है.लेकिन जैसे ही उसका मतलब पूरा हो जाता है वो आपको दही में मक्खी की तरह निकालकर फेंक देता है और फिरसे नए इंसान से प्रभावित होकर वही सब दोहराता है.

5.Wealthier men & poorer women:अपने कई फिल्मों में देखा होगा कि एक गरीब लड़की को एक अमीर लड़के से प्यार हो जाता है और जब उसे सबकुछ हासिल हो जाता है तो वो अमीर लड़के को धोखा दे देती है.Evolutionary biologists ki theory यही कहती है कि चीटियां जब चीनी से भरे डिब्बे तक पहुँच जातीं हैं तो वे पूरे डिब्बे में फैलकर उनका focus चीनी पर होता है न कि डिब्बे पर.कुल मिलाकर wealthier men से poorer women को cheat करने के chances हैं या poorer women के wealthier men को cheat करने के.

ऐसे लोगों को समझने में सक्षम होने के लिए आपको क्या करना है?
आंखों से झूठ का पता:हमारे Brain को हम Generally 2 हिस्सों में divide करते हैं,जिसमें left part को logic brain कहते हैं जिसके अंदर हमारी Memory या information storage है और right part को artistic brain कहते हैं,जिसमे creativity और imagination है.यानि इस तरफ हम चीजों को create करते हैं.जब आप किसी से eye contact के साथ बातें करते हैं तो ज़रा ध्यान से उसकी आँखों में देखिए.अगर कोई आपसे झूठी बातें बना रहा है तो इसका मतलब वो उसे create कर रहा है और बात करते वक़्त बार-बार उसकी आंखें right side या ऊपरी right part की तरफ जाएंगी.अगर वो इंसान सच बोल रहा है तो उसकी आंखें बार-बार left side में जाएंगी यानि कि वो person कुछ recal कर रहा है और वो वही explain करना चाहता है जो exact हुआ है.आंखों से मेरा मतलब आंख के iris और pupil वाले भाग से है.ये तरीका 60 से 70% तक काम करता है,उस case में जब person को ये तरीका पता हो,और यदि न पता हो तो 70 से 90% काम करेगा.

अगर आप न चाहते हुए भी लोगों के झूठ और धोखे के शिकार हो गए हैं तब आपको क्या करना चाहिए?
जैसा कि मैंने शुरुआत में कहा कि ज्यादातर इंसान कभी न कभी किसी न किसी से धोखा जरूर खाया होता है.तो आप आगे से सतर्क रहकर उन लोगों से बच सकते हैं.यदि कोई खुद को धोखेबाज और चालाक लोगों से हारा महसूस करे,तो क्या करें?

1.Intuitive बनें:यानि अंतर्ज्ञान विकसित करें.आपका subconscious mind आपके विचार से कहीं ज्यादा जानता है,इसमें सभी इंप्रेशन,अच्छे या बुरे लोगों के साथ communication से प्राप्त किए गए हैं। इसलिए कभी-कभी आपको अपनी आंतरिक आवाज महसूस होती है,जो किसी व्यक्ति पर भरोसा करती है या नहीं।जैसे अचानक कोई आपके पास फ़ोन कॉल आ जाए जिसमे सामने वाला व्यक्ति आपसे पैसे उधार मांगे,तो आप तुरंत उस व्यक्ति के भरोसे को परख लेते हैं कि आपको उसे पैसे देने हैं या नहीं.जबकि कुछ लोग जिन्हें आप न नहीं कह पाते और बिना सोचे उनकी मदद कर देते हैं ये वो लोग हैं जिनसे आपका बहुत ही गहरा संबंध हो.

2.Analysis करना सीखें:आपको एक व्यक्ति बहुत सच्चे दोस्त की तरह लग सकता है लेकिन किसी दिन जब आपको ये पता चले कि वो पीठ पीछे आपको धोखा दे रहा है तो वही दोस्त दुश्मन जैसा हो जाएगा.इसलिए,अपने आस-पास के लोगों के व्यवहार और आदतों की बारीकियों पर ध्यान देना सीखें,क्योंकि कोई व्यक्ति हर समय नाटक नहीं कर सकता है.और जो वो चार के साथ करेगा तो वो औरों के साथ भी वही करेगा इस बारे में लोगों की प्रतिक्रिया से सबक लें.आप देखेंगे कि धोखेबाज लोगों में कितना झूठ और असंतोष है।बड़ी बड़ी बातें करना तो जैसे उनकी फितरत है.आखिरकार,अच्छे लोग हमेशा शालीन होते हैं,शांत और आत्मविश्वास से भरे हुए.

3.Emotion control करना सीखें:Emotion एक mental state है ये हमारे nervous system से जुड़ी है.जो हमारे अंदर के chemical changes से associated होते हैं और ये thoughts,feelings,behavioural responses,खुशी या दुःख की तादात पर निर्भर करते हैं.ज़ब तक आप अपनी भावनाओं पर नियंत्रण करने मे सक्षम नहीं हो जाते आपको कदम कदम पर दुनिया की वास्तविकता,चालाकी,धोखा आदि होते ही रहेंगे.ज्यादातर लोग अपने कोमल मन और ज्यादा emotional nature की वजह से धोखा खाते हैं.जब तक मन पर पूर्ण नियंत्रण की क्षमता विकसित नहीं होती तब तक सकारात्मक लोगों से सीखते रहें. नकारात्मक लोगो की तो परछाई भी दुःख ही देती है.अपने emotion को जाहिर करने से पहले ये समझ लें कि सामने वाले को आपके emotions की कितनी कद्र है.

4.खुदको व्यस्त रखना:किसी भी situation को आप तभी अच्छे से deal कर सकते हैं जब आप खुदको व्यस्त रखते हैं.क्योंकि खाली बैठकर आप सिर्फ उस बारे में ज्यादा सोचेंगे जो खराब चीजें आप पर ज्यादा हावी हों.क्योंकि खुदको व्यस्त रखना एक सबसे बेहतर रास्ता है नए तरीकों और नए ideas के साथ उन बातों को दूर हटाने के लिए जो बार-बार आपको बेचैन करतीं हैं.तो उम्मीद है आपको मेरा ये लेख useful लगा हो,अपनी प्रतिक्रिया हमें कमेंट बॉक्स में अवश्य दें.

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