अहंकार किसलिए? Inspiring lives


इंसान के गुरूर की औकात सिर्फ इतनी सी है न तो पहली बार खुद नहा सकता है न आखिरी बार,
पैसा ही इकलौती ऐसी चीज़ है जो आपको सही पहचान करवाता है,भरी जेब से दुनिया की और खाली जेब से अपनों की.आँसूओं के प्रतिबिंब गिरें,ऐसे दर्पण अब कहाँ.बिना कहे सब कुछ समझें,वैसे रिश्ते अब कहाँ?
एक बाग में गुलाब का फूल खिला उसे देखकर सभी पेड़-पौधे मुस्कुराने लगे,जैसे-जैसे गुलाब बड़ा हो रहा था वैसे वैसे सभी पेड़-पौधे उसकी खूबसूरती से मंत्रमुग्ध हो रहे थे, देवदार का पेड़ बोला,काश हम भी गुलाब जैसे खूबसूरत होते.बगल में खड़े दूसरे पेड़ ने कहा दिल छोटा नहीं करते दोस्त,हम सब भी तो सुंदर हैं,ताड़ ने कहा मुझे नहीं लगता कि बाग में गुलाब से खूबसूरत कोई पौधा होगा, सूरजमुखी बोल पड़ा,क्या मैं सुंदर नहीं,हम सभी खूबसूरत हैं खुद पर भरोसा रखो,उधर गुलाब का अहंकार बढ़ता जा रहा था,थोड़ी ही दूर एक केक्टस का पौधा़ लगा था,अहंकारी गुलाब ने तय किया कि वह अपनी जगह बदल लेगा,सभी इसकी वजह पूछने लगे.तो गुलाब बोला,मेरे जैसे खूबसूरत पौधे के पास यह केक्टस कैसे रह सकता है.तब बरगद ने गुलाब को समझाया तुम्हारी खूबसूरती तभी तक है जब तक तुम और गुलाब के पौधों के साथ नहीं हो.जब तुम अपने जैसे कई गुलाब के पौधों के बीच होगे तो तुम्हारी तारीफ करने वाला कोई नहीं होगा.पर गुलाब ने किसी की नहीं सुनी और दूर चला गया.गर्मी चरम पर पहुंच गई थी बारिश का नामोनिशान नहीं था पेड़-पौधे पानी की किल्लत समझने लगे.गुलाब ने देखा कि कुछ गौरैया कैक्टस मैं अपनी चोंच फँसाती और भाग जातीं. गुलाब हैरत में था कि गौरैया ऐसा क्यों कर रही हैं?तभी बगल के एक पौधे ने बताया कैट्स में पानी का भंडार होता है गौरैया कैक्टस के अंदर का पानी पी रही हें. गुलाब की आंखें खुल गई है और बोला कैक्टस मैं तो कांटे होते हैं?इसपर पौधा बोला,हां पर वह गौरैया के लिए अपने काँटे गिरा देता है.असल में कैक्टस में दिखने वाले कांटे उसकी पत्तियां ही होती हैं,लेकिन अधिक तापमान में खुदको वाष्पीकरण से बचाने के लिए वो काँटों का रूप ले लेती हैं ताकि वह पानी की आपूर्ति कर सके और अधिक से अधिक तापमान में भी जीवित रह सके.गुलाब को अपनी भूल समझ में आ गई,और तीव्र सूर्य की तपन से वो सूखते हुए सोचा,अगर वह भी इस वक्त कैक्टस के बगल में होता तो कैक्टस की मदद से ज्यादा समय तक जीवित रह सकता था.ठीक इस कहानी के समांतर,हम अपने अहंकार की वजह से कई बार दूसरों की अच्छाई देखना ही नहीं चाहते.ये जानते हुए भी कि अहंकार का अंत हमेशा बुरा होता है.

-खूबी और खामी दोनों ही होती है हर इंसान में,
जो तराशता है उसे ख़ूबी नजर आती है और जो तलाशता है उसे खामी नजर आती है.
-चीजें न हासिल हों तभी तक अच्छी हैं जनाब!
हासिल होने के बाद उनकी कद्र खत्म हो जाती है.
-अगर आप सोचते हैं कि लोग साथ देंगे तो पहले ये जान लें कि आपसे बड़ी आपकी ताक़त कोई नहीं बन सकता.
-अगर आपको परवाह है कि लोग आपके लिए रुकावट बनते हैं तो याद रखें अंधेरा कितना घना है दिया कभी इसकी परवाह नहीं करता.
-विपरीत परिस्थिति से डरो मत,उनका सामना करना ही आखिरी उपाय है.
-नफरत और गुस्सा अपनो को भी दुश्मन बना देती है और प्यार गैरों को भी अपना बना देता है.
-खुश रहने के लिए क्या जरूरी है?खुश रहने के लिए बस आपका आज में होना जरूरी है.
-सबसे बड़ी भूल खुदको और दूसरों को कमजोर समझना है,जो खुद नहीं कर सकते वो दूसरों को न करने के लिए कहते हैं,इसलिए खुदपर भरोसा रखकर करते रहो दुनिया तब भी चुप नहीं रहेगी जब आप कुछ नहीं करेंगे और तब भी बोलेगी जब आप कुछ करने लगेंगे.
-अगर कोई आपको प्यार करता है तो बस इतनी सी बात याद रखना कि आपके लिए ये दुनिया है,लेकिन आपको प्यार करने वाले की दुनिया आप हो.
-कोई आपसे नहीं कहेगा कि आप कुछ करके दिखाओ,सिर्फ आपकी मुसीबतें ही ईमानदारी से आपको जगाती हैं,मुश्किलें ही आपको मजबूर करती हैं कि अब वक्त आ गया है कुछ कर दिखाने का.
-परेशान व्यक्ति केवल मुसीबतों से छुटकारा चाहता है लेकिन एक शांत दिमाग रचनात्मक चीजों का असीमित स्रोत है.
-जीवन में अगर आप मानलो तो हार होगी और ठान लो तो देखो कितने रास्ते और खुल जाएंगे आपके लिए.
-कुदरत ने आपको पूर्ण बनाकर भेजा है,आपसे बढ़कर और आपसे ज्यादा इस दुनिया मे कोई चीज कीमती नही हो सकती,इसलिये खुदकी किसी से तुलना न करें.
-विश्वास किसपर करें इसकी परवाह किये बिना विश्वास रखकर आपने काम को करते रहें.

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