बहुत ढोकरें और धोखे खाकर सीखी हैं मैंने ये बातें
-बहुत गहरी बात कह रहा हूँ, जो न किसी किताब में होंगी और न किसी ने आपको बताई होंगी; जब मेरे पास पैसा था मुझे सारी दुनिया में नेक, ईमानदार, भले और अच्छे विचारों से भरे लोग ही नज़र आते थे, जबसे मैं निर्धन हुआ तबसे मुझे केवल चालक, मतलबी और धोखेबाज़ लोग ही मिलते हैं।
-मैंने जीवन से सीखा है, आप भी सीखिए कि मुफ्त में दुनिया में सिर्फ और सिर्फ मुसीबत मिलती है।
-दूसरों से लगाव ये सोचकर रखें कि जब आपको अलग होना भी पड़े तो तकलीफ न हो।
-कुदरत में इतने रंग नहीं बने जितने इंसान बदल सकता है
-जो शांत रह सकता है, वो अपनी बुद्धि का सर्वश्रेष्ठ उपयोग भी कर सकता है, तब आपकी ऊर्जा को एक नया आयाम मिलता है जिसे बहुत कम लोग हासिल कर पाते हैं।
-तकलीफ लोग नहीं देते वल्कि तकलीफ हमें हमारी ही उम्मीद देती है जो हमने दूसरों से लगा रखी थी।
- जब मैंने दूसरों के अच्छे कोट्स ढूंढने का प्रयास किया तब जाकर पता चला कि मैंने क्या प्रयास किया?
-कुछ लोग जीवन में तभी आपका साथ छोड़ देते हैं जब आपको उनकी सबसे ज्यादा जरूरत होती है, बाद में वही लोग ये शिकायत करते हैं कि आप पहले जैसे नहीं रहे।
-बहुत अनुभव लेने के बाद पता चला कि अच्छी बातों की जगह सिर्फ लिखने, पड़ने और सुनने में है। असल जिंदगी में नहीं। हर दूसरा शख्स किसी न किसी से धोखा जरूर खा जाता है। मैं ये नहीं कहता कि पैसा ही सबकुछ है लेकिन ये भी सच है कि पैसा बहुतकुछ है, ये बात हर वो शख्स जनता है जिसे इसकी जरूरत है. पैसे मैं इतनी ताकत होती है कि वो अपनों को पराया और पराये को अपना बना सकता है, आप अंदर से कितने भी घिनोने किस्म के, मक्कार या धोखेबाज क्यों न हों लेकिन पैसा आपको सबसे विशिष्ट बना सकता है। हालांकि पैसा मरे हुए इंसान को ज़िंदा नहीं कर सकता लेकिन ज़िंदा रहने के सबसे अधिक जरूरी है।
-अपनी मेहनत और कर्म पर हमेशा विश्वास कीजिये और ज़िन्दगी में हमेशा आगे बढ़ने की सोच रखिये, संतुष्ट तो दुनिया में कोई नहीं है पर प्रयास में फिर भी हर कोई लगा है।
-अगर कभी धन कमाना गलत लगने लगे तो सोच लेना आज पेट में एक वक्त के खाने की कीमत क्या रही होगी।
आपको पैसा कमाते हुए देखकर जलने वाले तो 50 लोग मिल जाएंगे लेकिन जब आप निर्धन होगे तो मदद करने वाला सारी दुनिया में एक इंसान भी मुश्किल से मिल पायेगा या शायद वो भी न मिले.
जब आप तकलीफ में होते हो तब सिर्फ आपको ईश्वर सुनता है और कोई नहीं, आप अपनी तकलीफ किसी को बताना भी चाहेंगे तो किसी के पास इतना समय नहीं रहेगा कि आपकी तकलीफ में उसे कोई रुचि होगी। क्योंकि हर व्यक्ति बिना फायदे के नीम या करेला का जूस क्यों पियेगा. इसलिए जब आप तकलीफ में हो, तब धैर्य रखें, मानसिक संतुलन न बिगड़ने दें और स्वयं पर भरोसा अवश्य रखें, ये सोचकर कि हर समय एक जैसा नहीं रहता.
-Quotes by Kuldeep Singh
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