01.नियत साफ़ और मक़सद सही हो तो यकीनन,किसी न किसी रुप में ईश्वर भी आपकी मदद करते हैं.
02.किसी भी मनुष्य की वर्तमान स्थिति देख करउसके भविष्य का मज़ाक मत उड़ाओक्योंकि काल में इतनी शक्ति है कि वोएक साधारण से कोयले को भीधीरे-धीरे हीरे में बदल देता है.
03.अच्छे लोगों की इज्जत कभी कम नहीं होती,सोने के सौ टुकड़े करो फिर भी कीमत कम नहीं होती.
04.भूल होना "प्रकृत्ति" है,मान लेना "संस्कृति" है,और उसे सुधार लेना "प्रगति" है.पानी मर्यादा तोड़े तो "विनाश"और वाणी मर्यादा तोड़े तो "सर्वनाश"इसलिए हमेशा अपनी वाणी पर संयम रखो.
05.ज़िन्दगी में सारा झगड़ा ही ख़्वाहिशों का है.ना तो किसी को गम चाहिए और ना ही किसी को कम चाहिए.
06.वक्त तो रेत है फिसलता ही जायेगा,जीवन एक कारवां है चलता चला जायेगा,जिदंगी बेहतर तब होती है जब आप खुश होते है.लेकिन जिंदगी बेहतरीन तब होती है जब आपकी वजह से लोग खुश होते है.
07.जो व्यक्ति स्पष्ट, साफ, सीधीबात करता है उसकी वाणी तीव्र औऱ कठोर होती हैं,लेकिन ऐसा व्यक्ति कभी किसी को धोखा नहीं देता.
08.ख्वाब ऊँचे होने चाहिए, परीस्थितियाँ कैसी भी हो.
09.कितनी मेहनत करनी पड़ती है उन्हें ,जो दूसरों के लिए बुरा भला कहते हैं,कितने ख़ुशनसीब, ख़ुशमिज़ाज हैं वो जिन्हें ऐसी मेहनत करनी ही नहीं पड़ती.
10.दीपक बोलता नहीं उसका प्रकाश परिचय देता है ठीक उसी प्रकार आप अपने बारे में कुछ न बोलें, अच्छे कर्म करते रहें वही आपका परिचय देगें.
11.आगे बढ़ने वाला व्यक्ति कभी किसीको बाधा नहीं पहुंचाता और दूसरों को बाधा पहुंचाने वाला व्यक्ति कभी आगे नहीं बढ़ता.
12.कष्ट और विपत्ति मनुष्य को शिक्षा देने वाले श्रेष्ठ गुण हैं जो व्यक्ति साहस के साथ उनका सामना करते हैं वे सदैव सफल होते हैं.
13.पंछियों और जानवरों के पास खुदको देखने के लिए शीशा नहीं,लेकिन उनके जीवन में खूबसूरती फिर भी है,इंसान शीशे में खुदको खूबसूरत देखकर अहम में आ जाता है,और अपने जीवन की असली खूबसूरती खो देता है जो कि उसके आंतरिक गुणों में है.
14.रिश्तों में निख़ार सिर्फ हाथ मिलाने से नहीं आता,विपरीत हालातों में हाथ थामें रहने से आता है.
15.चौराहे पर खड़ी जिंदगी,चारों ओर नजरें दौड़ाती है.काश,कोई बोर्ड मिल जाए जिस पर लिखा हो,सुकून 1 कि.मी.
16.जीवन में खुशी का अर्थ लड़ाइयाँ लड़ना नहीं,बल्कि उन से बचना है.कुशलतापूर्वक पीछे हटना भी अपने आप में एक जीत है.
17.स्वर्ग का सपना छोड़ दो,नर्क का डर छोड़ दो,कौन जाने क्या पाप क्या पुण्य बस,किसी का दिल न दुखे अपने स्वार्थ के लिए बाकी सब कुदरत पर छोड़ दो.
18.ना पैसा बड़ा ना पद बड़ा मुसीबत में जो साथ खड़ा.वो सबसे बड़ा.ज़िन्दगी" बदलने के लिए लड़ना पड़ता है.और आसान करने के लिए समझना पड़ता है,वक़्त आपका है,चाहो तो सोना बना लो और चाहो तो सोने में गुज़ार दो.
19.अगर कुछ अलग करना है तो भीड़ से हटकर चलो.भीड़ साहस तो देती है पर पहचान छीन लेती है.
20.मंज़िल ना मिले तब तक हिम्मत मत हारो और ना ही ठहरो क्योंकि पहाड़ से निकलने वाली नदियों ने आज तक रास्ते में किसी से नहीं पूछा कि समन्दर कितना दूर है.
21.झूठी बात पर जो वाह करेंगे वही लोग आपको तबाह करेंगे जब चलना नहीं आता था तब कोई गिरने नहीं देता था और जब चलना सीख लिया तो, हर कोई गिराने में लगा है.
22.कठिन परिस्थितियोँ मेँ संघर्ष करने पर एक बहुमूल्य संपत्ति विकसित होती है जिसका नाम है आत्मबल.
23.यह दुनिया एक शीशे की तरह होती है. अगर आप इससे नफरत करोगे तो यह आपसे नफरत करेगी वही अगर आप मुस्कराते है तो यह भी मुस्कराएगी.
24.इंसान कभी गलत नहीं होता.उसका वक़्त गलत होता है,मगर लोग इंसान को गलत कहते है जैसे कि पतंग कभी नहीं कटती,कटता तो सिर्फ धागा है फिर भी लोग कहेते हे पतंग कट गयी.
25.मोतियों की आदत है.बिखर जाने की ये तो बस धागे की ज़िद है कि सबको पिरोये रखना है माला की तारीफ तो सभी करते हैं क्योंकि मोती सबको दिखाई देता है काबिले तारीफ़ तो धागा हैं जनाब जिसने सबको जोड़ के रखा है.
26.मन की बात कह देने से,फैसले हो जाते हैं और मन में रख लेने से फासले हो जाते है.
27.मुसीबत और ख़ुशी बिना किसी आमंत्रण के आ जाती है इसलिए अपने आप को इतना तैयार रखे कि मुसीबत के समय 'होश' और ख़ुशी के समय 'जोश' कायम रहे.
28.दुनिया में सिर्फ दिल ही है जो बिना आराम किये काम करता है.इसलिये उसे खुश रखो चाहे वो अपना हो या अपनों का.
29.तरक्कियों की दौड़ में उसी का ज़ोर चल गया,बना के अपना रास्ता जो भीड़ से निकल गया.
30.कर्मों की आवाज़ शब्दों से भी ऊँची होती है.दूसरों को नसीहत देना तथा आलोचना करना सबसे आसान काम है,सबसे मुश्किल काम है चुप रहना और आलोचना सुनना.
31.यह आवश्यक नहीं कि हर लड़ाई जीती ही जाए,आवश्यक तो यह है कि हर हार से कुछ सीखा जाए.
32.लोग हीरे जवाहरात से ज्यादा अगर रिश्तों को अनमोल मानें तो दुनिया के आधे दुःख वेसे ही मिट जाएं.
33.मन में विश्वास रखकर कोई हार नही सकता औऱ मन में शंका रखकर कोई जीत नही सकता.बड़ा आदमी वही है,जो अपने पास बैठे व्यक्ति को छोटा महसूस न होने दे.
34.ना जाने कितने रिश्ते ख़त्म कर दिये इस भ्रम ने कि मैं ही सही हूं और सिर्फ़ मैं ही सही हूं.
35.जिंदगी तो मेहनती होती है,आराम तो मृत शरीर करता है.
36.घटनाएं तब होती हैं जब हम चीजों को अपने बौद्धिक स्तर से नहीं समझ पाते,सब कुछ अच्छा तब होने लगता है जब हम चीजों के प्रति बेहतर समझ रखते हैं.
इस ब्लॉग के लेखक, एर्निंग गुरु, अच्छे वक्ता, ब्लॉगर, आर्टिस्ट, व्लोगर, टेक गाइड और ई-स्पोर्ट प्लेयर (गेमर) हैं। साथ ही वे विज्ञान, तकनीक, अध्यात्म, मोटिवेशन, धार्मिक ज्ञान, मनोविज्ञान, ऑनलाइन एर्निंग आदि में विशेषज्ञ हैं। उन्हें यूट्यूब, ब्लॉगर, वर्डप्रेस, फेसबुक आदि पर ऑनलाइन कंटेंट बनाने का अनुभव है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन कंटेंट क्रिएशन से उन्होंने लाखों लोगों को सकारात्मक विचारों और काम से प्रेरित किया। इस ब्लॉग में वे अपने विचारों को यथार्थवादी ढंग से लिखते हैं।
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