यूपी में संविदा पर सड़क सुरक्षा साथी भर्ती 2025: युवाओं को मिलेगा सुनहरा मौका
उत्तर प्रदेश सरकार ने सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ करने के लिए 'सड़क सुरक्षा साथी' पद पर संविदा भर्ती का बड़ा फैसला लिया है। इस भर्ती अभियान के तहत प्रदेश के हजारों युवाओं को रोजगार का सुनहरा मौका मिलेगा। नया प्रावधान रोड सेफ्टी के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने के साथ-साथ हादसों में कमी लाने के लिए किया गया है। आइए जानें भर्ती के नियम, वेतन, योग्यता, जिम्मेदारियां और आवेदन प्रक्रिया पूरी जानकारी विस्तार से।
सड़क सुरक्षा साथी भर्ती क्या है?
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू किए जा रहे इस कार्यक्रम के तहत "सड़क सुरक्षा साथी" संविदा (contractual) आधार पर नियुक्त किए जाएंगे। इनका मुख्य कार्य सड़क पर ट्रैफिक नियमों का पालन करवाना, स्कूल, स्कूल जोन में विद्यार्थियों की सुरक्षित आवाजाही, और आम नागरिकों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करना होगा। इसके अलावा, यह साथी विभिन्न दुर्घटनाओं में त्वरित सहायता, आपातकालीन सेवाएं और ट्रैफिक प्रबंधन में प्रशासन का सहयोग करेंगे।
युवाओं के लिए सुनहरा अवसर
इस योजना का उद्देश्य बेरोजगार युवाओं को रोजगार के साथ-साथ समाज में उनकी भागीदारी को भी बढ़ाना है। ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के युवाओं को इसमें अवसर मिलेगा। ऐसे साथी सड़क सुरक्षा अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे जिसके कारण सड़क हादसों में 50% तक कमी आने की उम्मीद है।
भर्ती प्रक्रिया और योग्यता
शैक्षणिक योग्यता: न्यूनतम 8वीं पास युवा आवेदन कर सकते हैं। कुछ पदों के लिए हाईस्कूल और इंटरमीडिएट पास होना वरीयता के रूप में देखा जा सकता है।
आयु सीमा: सामान्यतः 18 से 40 वर्ष, आरक्षित वर्ग को नियम अनुसार छूट। विशेष भर्ती में 23 साल 6 माह से 58 साल तक की उम्र वालों को भी अवसर मिलता है।
अन्य आवश्यकताएँ: शारीरिक रूप से स्वस्थ, ट्रैफिक नियमों की अच्छी जानकारी, संवाद कौशल।
चयन प्रक्रिया: आवेदन, दस्तावेज़ सत्यापन और इंटरव्यू/टेस्ट। कई जिलों में भर्ती मेले का आयोजन, जहाँ अभ्यर्थी सीधे उपस्थित होकर आवेदन, टेस्ट और चयन प्रक्रिया एक ही दिन में पूरी कर सकते हैं। चयनित अभ्यर्थियों को ट्रेनिंग के लिए जिला केंद्र या कानपुर भेजा जाता है।
संविदा पर कितना मानदेय मिलेगा?
मानदेय/वेतन: सड़क सुरक्षा साथी पद के लिए सरकार द्वारा तय किया गया मानदेय लगभग ₹8,300 से ₹12,500 प्रतिमाह रह सकता है। मानदेय पद, क्षेत्र और अनुभव अनुसार अलग-अलग हो सकता है। कई जगहों पर उपस्थिति, अतिरिक्त ड्यूटी व स्किल के आधार पर मानदेय में इन्सेंटिव भी मिलता है।
अन्य लाभ: सरकारी ट्रेनिंग, सेफ़्टी गियर, प्रमाण पत्र (certificate), भविष्य में स्थायी पदों के लिए योग्यता बढ़ाने का मौका।
जिम्मेदारी और कार्य-भूमिका
ट्रैफिक नियमों का सही पालन करवाना।
स्कूल जोन में बच्चों की सुरक्षा।
किसी भी सड़क दुर्घटना में त्वरित सहायता देना।
आम नागरिकों को ट्रैफिक जागरूकता देना।
सड़क पर अनुशासन बनाए रखना।
आवेदन कैसे करें?
ऑनलाइन आवेदन की आवश्यकता नहीं, सीधा निर्धारित स्थल पर उपस्थित होकर आवेदन कर सकते हैं।
जरूरी दस्तावेज़: शैक्षणिक प्रमाण पत्र, आयु प्रमाण पत्र, पहचान पत्र, फोटो एवं अन्य प्रमाणित डॉक्यूमेंट।
भर्ती केंद्र: प्रदेश के 13 जिलों में विशेष भर्ती मेला आयोजित होता है – तारीखें और स्थान प्रशासन द्वारा जारी की जाती हैं। अभ्यर्थी संबंधित तिथि पर उपस्थित रहें।
आगे क्या फायदा है?
इस नौकरी से न सिर्फ युवाओं को रोजगार मिलेगा, बल्कि उन्हें समाज में सड़क सुरक्षा के ब्रांड एंबेसडर बनने का मौका भी मिलेगा। भविष्य में पुलिस, परिवहन विभाग या अन्य सुरक्षा विभाग की स्थायी भर्ती में भी इनका अनुभव काम आ सकता है।
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश सड़क सुरक्षा साथी भर्ती 2025 युवा शक्ति को नई दिशा देने वाला अवसर है। संविदा पर यह नियुक्ति आपको नौकरी, समाज सेवा और भविष्य की स्थिरता – तीनों चीजें एक साथ दिला सकती है। अगर आप उत्तर प्रदेश के युवा हैं और समाज में बदलाव लाना चाहते हैं, तो इस भर्ती का हिस्सा जरूर बनें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
Q1. यूपी सड़क सुरक्षा साथी योजना क्या है?
➡️ यह योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई है, जिसमें 3510 स्वयंसेवक “सड़क सुरक्षा साथी” तैनात किए जाएंगे, ताकि सड़क हादसों को कम किया जा सके और समाज को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक किया जा सके।
Q2. सड़क सुरक्षा साथी की ड्यूटी का समय क्या है?
➡️ सड़क सुरक्षा साथी दोपहर 3 बजे से रात 9 बजे तक ड्यूटी करेंगे। यह समय हादसों का उच्च समय माना जाता है, इसी वजह से तैनाती इसी स्लॉट में होगी।
Q3. इस भर्ती का उद्देश्य क्या है?
➡️ इस योजना का मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं और मौतों की संख्या को 50% तक कम करना तथा आमजन में यातायात नियमों को लेकर जागरूकता बढ़ाना है।
Q4. क्या सड़क सुरक्षा साथियों को ट्रेनिंग मिलेगी?
➡️ हां, चयन के बाद सभी स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा जिसमें ट्रैफिक अनुशासन, प्राथमिक उपचार और सुरक्षा मानकों की जानकारी दी जाएगी।
Q5. कितने साथी हर तहसील में तैनात होंगे?
➡️ प्रत्येक तहसील में 10 स्वयंसेवक सड़क सुरक्षा साथी नियुक्त होंगे, कुल मिलाकर राज्य भर में 3510 पद भरे जाएंगे।
Q6. क्या सड़क सुरक्षा साथी को दंड देने का अधिकार होगा?
➡️ नहीं, सड़क सुरक्षा साथी नागरिकों को सहयोग और मार्गदर्शन करेंगे, इन्हें दंड देने का अधिकार नहीं होगा।
Q7. इस योजना का लाभ किन्हें मिलेगा?
➡️ बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगा, सड़क सुरक्षा बढ़ेगी, बच्चों-बुजुर्गों की सुरक्षा होगी, और यातायात नियमों का पालन बढ़ेगा।
Q8. आवेदन प्रक्रिया क्या है?
➡️ इच्छुक अभ्यर्थी निर्धारित भर्ती केंद्र/मेला में आवश्यक दस्तावेजों के साथ उपस्थित होकर आवेदन कर सकते हैं। चयन के बाद प्रशिक्षण और तैनाती मिल जाएगी।
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